तिरंगे की शान
“तिरंगे की शान को ऊंचा रखें,
हर दिल में देशभक्ति का नाम रखें,
स्वतंत्रता के इस पावन पर्व पर,
हर घर में देश का सम्मान रखें।”
“देशभक्ति वो चिंगारी है,
जो दिलों में सुलगती है,
स्वतंत्रता का ये पर्व हमें,
एकता की डोर में बांधती है।”
“स्वतंत्रता का ये पर्व हमें,
देश के प्रति कर्तव्यों का एहसास कराता है,
हर एक भारतीय को गर्व से,
अपने देश का सम्मान दिलाता है।”
“आज़ादी की जोत जलाई,
हर दिल में उम्मीद जगाई,
भारत माता की जय-जयकार,
हर जुबान पर गूंजाई।”
“वीरों की कुर्बानी को याद करें,
हर दिल में देश का सम्मान करें,
ये आज़ादी का पर्व हमें,
एकता और भाईचारे की सीख दे।”
“आज़ादी का ये पर्व हमें,
देशप्रेम की नई राह दिखाए,
हर कदम पर ये याद दिलाए,
भारत की मिट्टी से हम सब जुड़ जाएं।”
“स्वतंत्रता की इस खुशबू में,
हर दिल महकता जाए,
भारत माता की जय के नारे,
हर कोना गूंजता जाए।”
“देश की रक्षा में लगे रहे,
हर पल वीरों का ख्याल करें,
ये आज़ादी का पर्व हमें,
कुर्बानियों की याद दिलाए।”
“स्वतंत्रता की राह में जो चले,
उनके बलिदान को सलाम करें,
हर दिल में उनके सम्मान का,
दीपक जलाते रहें।”
“आज़ादी का ये पर्व हमें,
नए जोश से भर जाए,
हर एक भारतीय के दिल में,
देशप्रेम की लौ जल जाए।”
“देश के लिए जो बलिदान हुए,
उनके हौसलों को सलाम करें,
हर सांस में देशभक्ति का,
जज़्बा जिंदा रखें।”
“स्वतंत्रता का ये पर्व हमें,
नई प्रेरणा से भर जाए,
भारत के उज्ज्वल भविष्य का,
हर कदम पर संकल्प लें।”
“देश के प्रति जो भावना है,
उसे हर दिन संजोएं,
स्वतंत्रता का ये पर्व हमें,
नई दिशा दिखाए।”
“देशभक्ति के गीत गाएं,
हर दिल में तिरंगा लहराएं,
ये आज़ादी का पर्व हमें,
एकता का पाठ पढ़ाए।”
“आज़ादी की इस सुबह को,
हर दिल में बसा लें,
भारत माता की जय के नारे,
हर जुबान से गूंज उठें।”
“देशप्रेम का जज़्बा हर दिल में जगाएं, तिरंगे की शान को ऊंचा उठाएं।”