मेहनत का दीपक जलाओ
मेहनत का दीपक जलाओ,
धूप में तपकर सोना चमकता,
सपनों को साकार करो।
मेहनत का दीपक जलाओ,
राह अपनी तैयार करो।
एकाग्रता की शक्ति को पहचानो,
हर बाधा को पार करो।
सच्चे मन से मेहनत करो,
खुद पर विश्वास बहाल करो।
हर कदम पर सीखो कुछ नया,
न थको, न रुको, बस आगे बढ़ो।
सपने जो देखे हैं तुमने,
उनको सच कर दिखाओ।
खुद पर भरोसा रखो,
रात कितनी भी गहरी हो,
सवेरा जरूर आएगा।
अंधेरों में राह दिखाओ,
दीपक बनकर जगमगाओ।
जो मेहनत का फल है मीठा,
उसका स्वाद चखने का अवसर मत गंवाओ।
कड़ी मेहनत की ये यात्रा,
तुम्हें मंज़िल तक पहुंचाएगी।
सपनों को पंख दो अपने,
आसमान में उड़ान भरो।
सच्चाई से कभी मत डरो,
हर चुनौती का डटकर सामना करो।
हर सुबह नई उम्मीदें
हर सुबह नई उम्मीदें लाएगी,
खुद को तराशो, आगे बढ़ो।
कर्मठता की राह पर चलकर,
हर लक्ष्य को हासिल करो।
संकल्प की अग्नि में तपो,
जो ठाना है, उसे पूरा करो।
हर मुश्किल से लड़ो, डरो नहीं,
खुद को और मजबूत बनाओ।
मेहनत के दीपक की ज्योति,
हर कोने को रोशन कर देगी।
संघर्ष की राह पर चलते-चलते,
तुम अपनी तकदीर बदल दोगे।